मध्यप्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले सामूहिक विवाह का आयोजन करवाया था। जिसमें करीब हजार जोड़ों ने सात फेरे लिए। इस दौरान वहां के राज्य मंत्री गोपाल भार्गव भी मौजूद थे। गोपाल ने सभी बहुओं को गिफ्ट के तौर पर बैट थमा दिया। गोपाल ने 700 बहुओं के बीच करीब 10 हजार से ज्यादा बल्लों का वितरण किया। मंत्री जी के इस अनोखे तोहफे को देखकर सभी हैरान थे लेकिन गोपाल भार्गव ने इसके पीछे का तर्क दिया। कि दूर-दराज वाले गांवों में घरेलू हिंसा एक बड़ी समस्या है। ऐसे में अगर पति शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट करते हैं तो उन्हें सुधारने के लिए यह बल्ले काम आएंगे।
भार्गव ने महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए इस अनोखे तोहफे का चयन किया। जिन घरों में शिक्षा का अभाव है वहां पर महिलाओं के साथ अत्याचार बहुत होते हैं। और महिलाएं भी इस उत्पीड़न को घर तक ही सीमित रखती हैं उन्हें पुलिस में शिकायत करने से डर लगता है। घर में बैट हो तो अब डरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर पति मारपीट करता है तो उसे उसी की भाषा में जवाब दें।
लकड़ी का बल्ला इन नई बहुओं के लिए एक कारगर हथियार होगा। अपनी सुरक्षा के लिए महिलाओं को हाथ में बैट उठाना पड़ेगा। अगर वो चुपचाप ऐसे ही अत्याचार सहती रहीं, तो इन पुरुषों को और हिम्मत मिल जाती है। भार्गव कहते हैं कि अब समाज बदल रहा है। पति चाहे जैसा भी हो, अगर वह पत्नी के साथ हिंसक बर्ताव करता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।