नोटबंदी के ऐलान के पूरे 16 दिन बाद लोगों को राहत की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही है। आज भी बैंकों के बाहर लंबी लंबी कतारें लगी हुई नज़र आती हैं। ऐसे में एमपी के एक भिखारी पति पत्नी को अपने  के नोट बदलवाने के लिए जगह जगह भटकना पड़ रहा है। भिखारी के पास 500 के नोटों के पूरे 96000 रुपए हैं।

देवास जिले के सिया गांव में सीताराम (60) अपनी पत्नी के साथ झोपड़ी बनाकर रहते हैं, उनकी जिंदगी भीख मांगकर चलती है। मूल रूप से राजस्थान निवासी यह दंपति बीते 20 वर्षों से इसी गांव में रह रहा है। भीख मांगने वाले इस दंपति ने 500-1,000 रुपये के बंद होने की खबर सुनी तो उसकी नींद उड़ गई।

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