तिरुअनंतपुरम/ केरल में राज्य सरकार ने प्लास्टिक के बने राष्ट्रीय ध्वज पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार ने सभी विभागाध्यक्षों को इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है कि तिरंगे के निर्माण में नेशनल फ्लैग कोड का पालन किया जाए।

नेशनल फ्लैग कोड के मुताबिक तिरंगा ऊन, सूती कपड़ा, खादी और रेशमी कपड़े से बनाया जा सकता है। इसके अलावा कुछ विशेष मौके पर कागज़ का भी इस्तेमाल तिरंगे को बनाने में किया जा सकता है।

केरल सरकार राज्य को प्लास्टिक फ्री बनाना चाहती है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को ग्रीन प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए किया गया है। ग्रीन प्रोटोकॉल के तहत आम आयोजनों में भी प्लास्टिक के गिलास, कप इत्यादि के इस्तेमाल से बचना होगा।

जाहिर है कि प्लास्टिक एक ऐसा पदार्थ है जो नष्ट नहीं होता और इससे लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। चाहे वो पहाड़ी इलाके हों या फिर मैदानी या फिर नदिया, प्लास्टिक हर तरफ फैली हुई है।

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