चार लाशों के साथ रात भर ये लड़की फंसी रही ये लड़की और जब इसे यहां से निकाला गया तो सबके होश उड़ गए। मंजर इतना भयानक था लोगो ने डरकर आंखे बंद कर ली।
दरअसल ढाबे पर खाना खाकर घूमने निकले कुछ दोस्तों की कार पर गेहूं से भरा ट्रक पलटा तो तीन फीट से अधिक दबकर कार लोहे की चद्दर बन गई। कार में सवार 4 लोगों की तत्काल मौत हो गई जबकि 16 साल की एक लड़की लाशों के बीच डेढ़ घंटे तक फंसी रही।
9 वीं में पढ़ने वाली इशिका ने बताया कि गाड़ी विजय चला रहा था और वह आगे बैठी थी। बेला की बावड़ी स्थित चौधरी ढाबा पर हमने खाना खाया फिर राउंड मारने के लिए घाटीगांव तक चले गए थे। लौटते समय कार के आगे ट्रक चल रहा था और उसके बगल से हमारी कार थी। कार ट्रक के बहुत पास आ गई थी और अचानक मैंने देखा ट्रक टेढ़ा हुआ और कार पर आ गिरा। इसके बाद जोर से आवाज आई और उसके बाल उसे कुछ पता नहीं।
इशिका ने बताया कि ट्रक कार पर गिरा हुआ था और दम जैसा घुट रहा था। इशिका ने अपने मोबाइल से पापा और मौसी को एक-एक बार फोन लगाया। किसी का फोन नहीं उठा तो और भी लोगों को काॅल किया लेकिन बात नहीं हुई।
4 लाशों के बीच दबी पड़ी इशिका की कराहट बाहर सुनाई दे रही थी। वह बार बार कह रही थी मुझे बचा लो, बाहर निकालो। बगल में ड्राइविंग सीट पर राहुल की लाश,पीछे मां और छोटी बहन की लाश। सबकी आवाजें बंद थीं तो इशिका भांप तो रही थी कि कहीं इन्हें कुछ हो तो नहीं गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि ट्रक कार पर पलटा पड़ा है तो रात में ही पनिहार पर खड़ी जेसीबी के ड्रायवर को सेाते में उठाया और घाटीगांव में एक जेसीबी का पता कर उसे भी जबरिया ले आए।
हाइवे पर जाते हर ट्रक व भारी वाहन को रोका और उनके स्टाफ को बोरियां उतरवाने में लगाया गया। दो जेसीबी और करीब 50 से ज्यादा लोगों की मदद से ट्रक हट पाया और इस डेढ़ घंटे इशिका अंदर ही दबी थी। ट्रक हटते ही पुलिस ने देखा कि कार में किसका शरीर हरकत में है तो इशिका हिलती दिखी तो उसे निकालने जेसीबी के कुंदे से कार काट कर पहले निकाला गया, जिसके बाद बाकी लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया ।