आपको बता दें कि रविंद्र स्कूल, कॉलेज और ऑफिस से ई-वेस्ट कबाड़ एकत्रित करने का काम करते हैं। उनका कहना है कि इस कबाड़ का कुछ हिस्सा वह बेच देते हैं तो कुछ को रिसाइकिल किया जाता है और कुछ को उपयोग के लिए रख भी लेते हैं या सही कर आगे सप्लाई कर देते हैं। जयंत ने पत्राचार से दसवीं करने के लिए सेंट टेरेसा स्कूल में एडमिशन लिया है। उसका कहना है कि वह फिलहाल हैकिंग का कोर्स भी कर रहा है।