क्या आप जानते हैं कि किस प्रकार का इंसान कब और किन कारणों में सेक्सुअल ऑरियंटेशन फील करता है? आज आपको बताते हैं उन्ही बातों के बारे में।

 

  • सेक्सुअल: ऐसे इंसान को सामने वाले के प्रति तभी सेक्सुअल अट्रैक्शन फील होता है, जब वह उससे भावनात्मक रूप से बहुत गहरे जुड़ा हो।
  • गाइनीसेक्सुअल: औरतों के प्रति आकर्षित होने वाले लोगों (भले ही वे किसी भी जेंडर के हों) को संयुक्त रूप से गाइनीसेक्सुअल कहा जाता है।
  • पैनसेक्सुअल: ऐसे लोग हर तरह के जेंडर के लोगों के प्रति सेक्सुअल अट्रैक्ट हो सकते हैं।
  • पॉलीसेक्सुअल: पैनसेक्शुअल से इतर ऐसे लोग कुछ तरह के जेंडर के लोगों के प्रति सेक्सुअल अट्रैक्शन फील कर सकते हैं, लेकिन हर तरह के जेंडर के प्रति नहीं।
  • सेेपियोसेक्सुअल: इस तरह के इंसान सामने वाले की इंटेलिजेंस के प्रति सेक्सुअल अट्रैक्ट होते हैं।
  • जेंडर फ्लूइड: ऐसे लोग किसी भी समय किसी भी जेंडर (मेल या फीमेल) की तरह व्यवहार कर सकते हैं।
  • स्कॉलियोसेक्सुअल: जेंडर फ्लूइड लोगों के प्रति सेक्सुअल अट्रैक्ट होने वाले लोग इस कैटिगरी में आते हैं।
  • ऐंड्रोसेक्सुअल: पुरुषों के प्रति सेसेक्सुअल अट्रैक्ट होने वाले लोगों (भले ही वे किसी भी जेंडर के हों) के लिए कॉमन कैटिगरी यह है।
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