पहले अफरोज ने डॉक्टर के सामने प्रेमिका को पीटा, फिर उनसे हाथापाई शुरू कर दी। आवेश में आकर अफरोज ने जेब से ब्लेड निकाली और डॉक्टर के बाएं हाथ की नस काट दी। शोर-शराबा सुनकर लोग दौड़ पड़े। साथ ही हमलावर भी खून देखकर बौखल गए और वे भाग निकले।
सूचना मिलते ही कोतवाली डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में दीघा थानाध्यक्ष गोल्डन कुमार और राजीव नगर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार की टीम गठित की गई। टीम ने मुखबिरों की मदद से अफरोज, मोनू और किशोरी को दबोच लिया। तब सच से पर्दा उठा।