केंद्र सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत अपने घर में टॉयलेट बनवाने वाले एक परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल छत्तीसगढ़ के अंडी गांव में कुछ लोगों ने ब्याज के पैसे लेकर घरों में टॉयलेट बनवा लिए लेकिन सरकार की ओर से जो प्रोत्साहन राशि देने का वादा किया गया था वह नहीं मिली। इतना ही नहीं पैसे ना मिलने के बाद परिवार के लोग ब्याज की रकम चुकाने के लिए काम की तलाश में शहर गए लेकिन वहां भी उन्हें धोखा मिला और पैसे देने की जगह उन्हें कैद कर लिया गया। पीड़ित परिवार अब दर-दर भटक रहे हैं।

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