विवाह एक वैश्विक समारोह है। हिंदू धर्म में विवाह दो आत्माओं के मिलन का उत्सव माना गया है। भारतीय संस्कृति में विवाह परंपरा को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन विवाह के बाद पहली रात यानी सुहागरात के पीछे कई रीति-रिवाज हैं। इनमे से एक हैं शयन कक्ष को फूलों से सजाना। तो आज हम आपको बताते है इस परंपरा के बारे में।

विवाह के बाद, सुहागरात को नव वर-वधू के कमरे को फूलों से सजाया जाता है। यह एक पुरानी परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन से लोग अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं। इसलिए शयन कक्ष का माहौल रोमांटिक बनाया जाता है।

कहीं-कहीं तो फूलों के साथ ही सुगंधित मिठाई भी कमरे में रखने का रिवाज है। इस दिन शयन कक्ष को सुगंधित फूल रजनीगंधा, गुलाब, चमेली या फिर कामेच्छा बढ़ाने वाले मादक फूलों से शयन कक्ष को सजाया जाता है। हिंदू धर्म में भी इस तरह की मान्यताएं सदियों से चली आ रही हैं।

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