रोमांस से पहले झगड़ा ज़रूरी है, जानिए बेहतर लाइफस्टाइल का तरीका , कहते हैं बिना बहस के कपल का जीवन एक रहस्य की तरह होता है। हम सभी ने सुना है कि जो कपल कभी झगड़ा और बहस नहीं करते हैं, वो हम सभी के लिए आदर्श कपल होते हैं। लेकिन क्या ऐसे कपल सच में एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। शायद नहीं। क्योंकि वो झगड़े से दूरी बनाकर रखते हैं और वे बहस करने से बचते हैं। मगर जो कभी झगड़ा नहीं करते, वो अपने आपको सिचुएशन से कम्प्रोमाइज करते हैं। क्या ऐसे कपल की शादीशुदा जिंदगी सफल होती है? क्या सच में वे एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं?

बहस अथवा झगड़ा ही जो आपको मजबूत बनाती है और आपके धैर्य की क्षमता को बढ़ाता है। यह आपके पार्टनर के साथ प्यार और ख्याल भी बढ़ाता है। कभी-कभी इंसान दूसरों की गलती को स्वीकार नहीं कर पाता है, मगर याद रहे कि अगर बहस के दौरान वो आपके मन को संतुष्ट कर पा रहा है, तो आपको भी वो बातें भूलनी चाहिए। बहस करने से दोनों के मन की बातें सामने आती है, जिससे एक दूसरे के कैरेक्टर से दोनों वाकिफ हो जाते हैं।

हालांकि, बहस और झगड़े की भी सीमा होती है। कहा जाता है कि अति सर्वत्र वर्ज्येत। इसलिए अगर झगड़ा और बहस भी अधिक और बिना मतलब के हो, तो ये आपके रिश्ते को तोड़ सकता है। इसलिए हेल्दी बहस करें और लव लाइफ को इंज्वॉए करें।

किसी खास मुद्दे पर हम अपनी विचार को व्यक्त करने के लिए ही बहस करते हैं। बहस करने से हमारे अंदर की शिकायतें खत्म हो जाती हैं। इससे चीजें अच्छे से क्लियर हो जाती हैं। जैसे हम अपनी दिल की बातों को बोल देते हैं, वैसे ही हमारा मन हल्का हो जाता है और दोनों किसी खास बिंदू पर आकर बहस को खत्म कर देते हैं। मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, जो लोग बहस नहीं करते, उनके मन में पार्टनर के लिए बहुत सी बातें रहती हैं, जिससे रिश्ते में दरार पड़ने लगती है।

सेक्स लाइफ कपल की जिंदगी में काफी मैटर करता है और एक दूसरे के साथ अंतरंगता में अर्थात सेक्स के प्रति आकर्षण हेल्दी बहस से ही बढ़ती है। स्वस्थ्य झगड़े से न सिर्फ प्यार बढ़ता है, बल्कि सेक्स लाइफ में भी ये काफी मददगार साबित होता है।

अगर आपका पार्टनर के साथ झगड़ा या फिर बहस होती है, तो इसका मतलब है कि कुछ गलतफहमियां रही होंगी, जिसके कारण बहस होती है। बहस करने या फिर लड़ाई करने से मन की शंका दूर हो जाती है और अपने पार्टनर पर फिर से एक विश्वास जाग उठता है। जिन कपल के लाइफ में झगड़ा या बहस नहीं होती, उन दोनों के अंदर एक-दूसरे के लिए शंका जरूर होती है। बहस करने से मन की सारी बातें निकल जाती हैं और इंसान का विश्वास अपने पार्टनर पर बढ़ जाता है। अक्सर कपल सोचते हैं कि बहस और झगड़े से दूर ही रहा जाए, इससे रिश्ते टूट जाते हैं, मगर ऐसा नहीं है। हेल्दी बहस से रिश्ते और विश्वास में बढ़ोतरी होती है।

बहस और झगड़े के दौरान अपने मन की सारी बातें बाहर निकालने के बाद इंसान काफी रिलैक्स फील करता है। हालांकि, बहस के समय क्रूर बनने से बचना होता है। आप बातें रखें लेकिन सभ्य तरीके से। बहस में कपल को एक दूसरे की बातें सुननी होती है और समझना होता है। अगर दोनों के विचारों में भी अंतर है, तो किसी एक को झूकना चाहिए।

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