से उसके बीजों को फेंक देते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि ये मामूली काले बीज आपको डेंगू और कैंसर जैसी लाइलाज बीमारियों से बचा सकते हैं।

पपीता एक मात्र ऐसा फल है जिसका न केवल बीज बल्कि पत्तियां भी कई लाइलाज रोगों से लड़ने में सक्षम है।

पपीते के बीज में एक प्रकार के अनोखे पोषक तत्व पाए जाते हैं। पपीते के 4 से 5 बीजों को पीस कर भोजन या जूस के साथ सेवन करने पर यकृत में मौजूद विषैले तत्व दूर हो जाते हैं और यकृत की कार्य क्षमता बढ़ जाती है।

कराची में हुए एक शौध के अनुसार पपीते के बीज गुर्दे संबंधी रोगों में काफी हद तक कारगर साबित हुए हैं। इन बीजों के इस्तेमाल से ई-कोली, स्टैफ, तथा सेलमोनेल्ला जैसे खतरनाक विषाणुओं से लड़ने का गुण पाया जाता है। जो टाइफाइड और डेंगू जैसी बीमारियों से निजात दिलाने में सहयता करते हैं।

इसके अलावा पपीते के बीजों में कुछ खास क़िस्म के कारक पाए जाते हैं जो घातक बीमारी कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते है।

पपीते के बीज महिलाओं तथा पुरुष दोनों के लिए प्राकृतिक गर्भ निरोधक का काम करते हैं। इन बीजों की खास बात यह है कि गर्भ निरोधक के तौर पर खाने से दोनों में से किसी की भी काम इच्छा पर इनका कोई भी दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। किन्तु जो महिलाएं गर्भ धारण करने की इच्छुक होती हैं उनको उस समय पपीते का सेवन बंद कर देना चाहिए।

इन सब के अलावा पपीता पेट से संबन्धित रोगों जैसे कब्ज व गैस की वजह से होने वाली समस्याओं से भी दूर रखता है। छोटे बच्चों में इसका प्रभाव बड़ी तेज़ी से देखने को मिलता है।

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