जातिवाद दिन पर दिन भयानक रूप लेता जा रहा है। जगह-जगह दंगें और मार पीट हो रही है। हाल ही में महाराष्ट्र में 25 लोगों ने मिलकर दो दलित युवकों की पिटाई की। इन लड़कों की गलती केवल इतनी थी कि इन्होंने एक गाड़ी को ओवरटेक किया था। भीड़ ने दोनों को इतनी बेरहमी से पीटा कि उनके पूरे शरीर पर निशान पड़ गए हैं और फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। मालेगांव के डीएसपी हरी बालाजी ने बताया कि मामले की जांच जारी है, लेकिन अभी तक इसमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। शिकायत के मुताबिक भीड़ ने गाड़ी पर लगी भीम राव आंबेडकर की तस्वीर देखने के बाद लड़कों को पीटना शुरू किया था।
इस मामले में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज की गई है। इससे पहले रविवार को खबर आई थी कि महाराष्ट्र में एक दलित परिवार को गोमांस रखने के शक में पीटा गया गया था। आजकल इंटरनेट पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों में दलितों पर हो रही हिंसा दिखाई जा रही है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले मरी हुई गाय की चमड़ी ले जाने के आरोप में 4 लड़कों को जमकर पीटा गया था। इसके बाद उन्हें गाड़ी से घसीटा गया था। यह वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल है। इसके विरोध में दलित समुदाय के लोग गुजराज, उत्तर प्रदेश और दूसरे इलाकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में बीजेपी नेता ने बीएसपी प्रमुख मायावति के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसके विरोध में पार्टी समर्थक और दलित प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे।