वहां से वह एक वैन में बैठी। वैन वाले से उसने बाणगंगा छोड़ने को कहा। वैन में ड्राइवर के साथ उसका एक साथी भी था। उसने लड़की का मुंह कपड़े से और हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। उसके बाद उसे कोई देख ना सके, इसलिए लड़की को सीट के नीचे कर दिया। दोनों उसे अरबिंदो के पास ब्रिज के नीचे ले गए। वहां वैन के अंदर दोनों ने दुष्कर्म किया।

नाबालिग के अनुसार वह छटपटाती रही। मदद के लिए चीखती रही। दोनों से घर जाने के लिए मिन्नतें करती रही, लेकिन उन्होंने नहीं छोड़ा। ब्रिज के नीचे बच्ची के साथ दरिंदगी करने के बाद उसे एक कमरे में ले गए। वहां भी उसके साथ हाथ-पैर बांधकर ज्यादती की। 28 दिसंबर को उसे कमरे के अंदर ही खाना दिया। बाहर से दरवाजे पर ताला लगाकर निकल गए। रात को फिर आए और दुष्कर्म किया।

1 2 3 4
No more articles