नेहा के पिता सुनील छावनी में बारदान व्यापारी हैं। उन्होंने पुलिस को बताया घटना 26 से 28 दिसंबर के बीच की है। हैकर दो दिन तक नेहा के नाम से चैटिंग करता रहा। उन्हें पुणे निवासी रुचि नामक युवती पर शक है। दरअसल रुचि ने कुछ दिनों पूर्व वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मांगे थे। शक है वह हैकर से जुड़ी हुई है। उन्होंने खुद के स्तर पर छानबीन की तो नई दिल्ली और राजस्थान के आईपी एड्रेस ट्रेस हुए। आरोपी एयरटेल कंपनी का नेट का उपयोग कर वॉट्सएप और फेसबुक चला रहा था।
हैकर ने हैंडसेट में वॉट्सएप इंस्टॉल किया और अकाउंट के लिए नेहा के नंबर डाल दिए। वॉट्सएप सर्वर से 6 डिजिट का वेरिफिकेशन कोड नेहा के नंबर पर आया। रुचि ने कॉल कर नेहा से वेरिफिकेशन कोड पूछ लिया। इस प्रक्रिया के बाद नेहा का दूसरा अकाउंट हैकर ने बना लिया। उसके मोबाइल में सेव कॉन्टेक्ट हैकर के पास पहुंच गए। हैकर के हैंडसेट में डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) भी नेहा की दिखने लगी। हैकर नेहा के रूप में चैटिंग करने लगा। उसका रिप्लाय भी हैकर के पास भी आने लगा। नेहा की फ्रेंडलिस्ट में शामिल करीब 200 लोगों को हैकर ने ब्लॉक कर दिया। नेहा ने वॉट्सएप पर स्टेट्स में लिखा की ‘मोबाइल हैक हो गया है।’ इसके बाद कुछ लोग अलर्ट हुए।