मृतक माखन के भाई की कीटनाशक दवा पीने के बाद मौत होते ही मां पागल हो गई थी। वहीं पिता सोनी लंबे समय से बीमार चल रहा है। अभी तक बेटा मजदूरी कर मां-बाप का भरण पोषण कर रहा था। सूरैल गांव निवासी राव बृजेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि माखन ही अपने माता-पिता का एक मात्र सहारा था।
पुलिस के मुताबिक दोनों की शादी भड़रिया नवमी पर हुई थी। आपसी विवाद के चलते पहले पत्नी ने फांसी लगाई। पुलिस के मुताबिक चार साल पहले मृतक माखन के भाई की कीटनाशक दवा पीने के कारण मौत हो चुकी है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। ग्रामीणों के मुताबिक पत्नी तेज स्वभाव की थी जिसके चलते शादी के बाद से दोनों में कहासुनी होती रहती थी।
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