पत्नी थी रंगीन मिजाज़, पति इस बात से था नाराज़, प्रेमी को मारा और बाइक पर लाश बांध कर घूमता रहा , खंडवा के संजय नगर के युवक की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। युवक को बुआ के लड़के ने दो साथियों के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा। आरोपियों ने गर्दन रेतकर पेट में चाकू से वार किए थे। हत्या करने से पहले गणगौर घाट पर बैठकर आरोपियों ने गांजा पिया। पत्नी और मामा के लड़के के बीच अवैध संबंध के चलते हत्या की है। मुख्य आरोपी रवि पंखा व दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेगी। आरोपी रवि पर कोतवाली, मोघट व पदमनगर थाने में 29 प्रकरण दर्ज है। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने पुलिस कंट्रोल रूप में कृष्णा पिता संतोष शिंदे (20) निवासी संजय नगर की हत्या का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 14 जून की रात कृष्णा को आरोपी टपालचाल निवासी रवि उर्फ पंखा पिता मनोज मराठा (25), करण पिता नरेश मराठा (18) और चेतन पिता अंबादास (19) घर से बाइक पर बैठाकर अपने साथ ले गए थे।

दो दिन में ही पुलिस ने मामले को ट्रेस कर लिया। पुलिस अधीक्षक भसीन ने टीआई पुरी व उनकी टीम को पांच हजार रुपए नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।गणगौर घाट के सामने 17 जून को कृष्णा का शव मिला था। तीन दिन तक पानी में पड़े रहने से शव खराब हो गया था। उसके शरीर पर धारदार हथियार के निशान मिले थे। उसके हाथ पर काजल लिखा मिला था। युवक की पहचान रविवार रात में करीब 9 बजे मां चंदा बाई व भाई नंदू ने कोतवाली पहुंचकर की थी।

गणगौर घाट पर ले जाकर आरोपियों ने गांजा पिया। इसके बाद कृष्णा की बेरहमी से हत्या कर दी। कृष्णा का गला रेतने के साथ ही पेट में भी चाकू और खरंजा मारा। हाथ व पीठ में भी चाकू से वार किए। मौत हो जाने के बाद शव को बाइक पर लेकर गुलमोहर कॉलोनी होते हुए आबना नदी पहुंचे। नदी के पास कच्चे रास्ते से भीमकुंड के पास रेलवे पुल के नीचे पहुंचे। यहां पुल से कुछ दूरी पर शव को नदी में फेंक दिया। हत्या करने के बाद आरोपियों ने शराब पी। पुलिस अधीक्षक भसीन ने बताया कि हत्या के पीछे मुख्य वजह अवैध संबंध है। मामा का लड़का होने से कृष्णा का रवि के घर आना जाना था।

कृष्णा और मुख्य आरोपी रवि पंखा की पत्नी के बीच अवैध संबंध थे। यह बात रवि को पता चल गई थी। इसके बाद से रवि कृष्णा को ठिकाने लगाने की योजना बना रहा था। 14 जून को मौका मिलने पर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर कृष्णा की हत्या कर दी। आरोपी रवि, करण और चेतन को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने में कोतवाली टीआई दिलीप पुरी, एसआई सोनू सितोले, चंद्रशेखर काड़े, विकास खिंची, एएसआई नाना पाटीदार, सुरेश जाधव, प्रधान आरक्षक हिफाजत अली, आरक्षक सुनील सेंगर, आशीष, अमरसिंह सहित अन्य की भूमिका सराहनीय रही।

परिजन ने हत्या की आशंका रवि पर जताई थी। मामले को गंभीरता से लेकर पुलिस ने कुछ ही दिन में मामले को सुलझा लिया है। कृष्णा के हाथ पर लिखे काजल नाम को लेकर अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। हत्या में मुख्य आरोपी रवि पंखा आदतन बदमाश है। उस पर हत्या का प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी और हफ्ता वसूली के प्रकरण दर्ज है। वर्ष 2007 में उस पर गणेश गौशाला के सामने मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने का पहला प्रकरण दर्ज हुआ था।

इसके बाद से रवि पंखा लोगों में अपनी धाक जमाने के लिए मारपीट करने लगा। अवैध शराब का धंधा करने के अलावा उसने हफ्ता वसूली की। 11 साल में कोतवाली, मोघट और पदमनगर थाने में रवि पर 29 प्रकरण दर्ज है। इसके अलावा 10 बार उस पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई है। कोतवाली पुलिस ने 22 अप्रैल को आरोपी को फायनल बाउंड ओवर किया था।

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