लड़की चीखती रही और वो कहता रहा बस थोड़ी देर दर्द बर्दाश्त कर लो, फिर मज़ा आएगा , सुकमा के चिंतागुफा में रविवार तड़के आदिवासी किशोरी के साथ सुरक्षा बल के जवानों के दुष्कर्म के बाद पीड़िता व परिवार बुरी तरह दहशत में है। घटना के तीसरे दिन तक किशोरी को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है। न कोई सरकारी अमला वहां पहुंचा है और न जनप्रतिनिधि।

पीड़िता के पिता के अनुसार मारपीट का विरोध करने पर जवानों ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि लड़की का भाई नक्सलियों के लिए काम करता है। पीड़िता से इस विषय में पूछे जाने पर वह आंसू ही बहाती रही। गौरतलब है कि सुरक्षा बलों पर ऑपरेशन के दौरान पहले भी महिलाओं से दुष्कर्म के आरोप लगते रहे हैं। बीजापुर के पेद्दागुल्लुर में जवानों पर 12 महिलाओं के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा था। मामले की पुष्टि मानवाधिकार आयोग ने भी की थी।

मंगलवार को नईदुनिया टीम सीआरपीएफ की कड़ी पूछताछ और दुर्व्यवहार के बाद बड़ी मुश्किल से मौके तक पहुंची। सोमवार को गांव के लोगों ने नईदुनिया को फोन कर मदद की गुहार लगाई थी। इधर पीड़िता के पिता ने बताया कि फोर्स के डर से एफआईआर करवा पा रहे हैं न बेटी को अस्पताल ले जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि रविवार सुबह सुरक्षा बल के जवान गश्त पर गांव आए थे। करीब 4 बजे पटेलपारा में उनके घर जवान घुसे। भीतर सो रही पत्नी व बच्चों से मारपीट की। इसके बाद उसकी 14 वर्षीया पुत्री को 3 जवानों ने उठा लिया और कुछ दूरी पर ले गए। उसमें से एक जवान ने किशोरी से अनाचार किया। इस दौरान वह बुरी तरह चीखती रही। पीड़िता के गले में नोचने- खरोंचने के निशान साफ दिख रहे हैं। वहीं उसके प्राइवेट पार्ट में भी अंदरूनी चोट है।

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