जब वह घर के अंदर पहुंचीं, तो पहले से ही बैठे देवर जाहिद और उसके साथियों काफिया को पिस्टल के बल पर बंधक बनाकर अलमारी तोड़ना शुरू कर दिया। वहीं, मामले की सूचना बाबा के बेटे आशु को उसके साथी ने फोन पर दी, तो वह बदहवासी में भागते हुए घर पहुंचा, तो उसका चाचा जाहिद को लूट करते देख सन्न रह गया।
आशु ने विरोध किया तो जाहिद ने उस पर पिस्टल तानकर शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी। इससे वह खामोश हो गया। इसके बाद आरोपियों ने अलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवर और लगभग 20 हजार रुपए नकद लूटकर धमकी देते हुए भाग निकले।