वैसे तो आज के जमाने में भूत प्रेत जैसी चीजों में विश्वास करना एक बहुत ही दक़ियानूसी विचारधारा है। लेकिन अगर वास्तु की बात की जाए तो इनका अस्तित्व भी होता है और प्रत्यक्ष रूप से इनके प्रभाव भी बहुत भयंकर होते हैं। हालांकि बुरी आत्माओं को भगाने और उनसे छुटकारा पाने के लिए बहुत सी तंत्र मंत्र की विद्याएं हैं, जिनके प्रभाव से सारी बुरी आत्माओं के साये दूर भागते हैं। शास्त्रों के अनुसार मनुष्य साधना के बल पर जीता है, साधना द्वारा विजय प्राप्त करता है। साधना विजय की प्रथम सीढ़ी तथा मुक्ति का मार्ग है, परंतु क्या हमने कभी यह भी सोचा है कि साधना की नींव श्रद्धा है और श्रद्धा के अभाव में सफलता संदिग्ध रहती है।

प्राचीन काल में तंत्र का प्रयोग हमारे पूर्वजों ने सफलतापूर्वक सम्पन्न किया था और उनका जीवन आनंददायक और तनावरहित था। आज की तरह तंत्र में न तो शराब की आवश्यकता होती है और न मांस की। तंत्र में संभोग की भी आवश्यकता नहीं होती। तंत्र जीवन का सौंदर्य है और आनंदमय जीवन की प्राप्ति का साधन है। आज जीवन बहुत अधिक जटिल बन गया है। मनुष्य के लिए सफलता प्राप्त करने का एकमात्र साधन तंत्र ही शेष है। यह भी भ्रम है कि अगर तंत्र साधना सही ढंग से न हो, साधना में कमी रह जाए तो उसका विपरीत प्रभाव होने लगता है। तंत्र सीधा, सरल और तुरंत प्रभाव देने में सहायक है, इसे पुरुष या स्त्री कोई भी सम्पन्न कर सकता है। तंत्र के द्वारा हम अपने जीवन की समस्याओं को सुलझा कर सफलता पा सकते हैं।

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