हिन्दू समाज में भगवान राम के साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है। कोई उन्हें बजरंगबलि कहता है तो कोई पवन पुत्र। हनुमान जी के बारे में कहा जाता है कि वे बाल ब्रह्मचारी थे और इसी वजह से भगवान हनुमान के मंदिर में कोई भी महिला उनकी मूर्ति को हाथ नहीं लगा सकती। हालांकि इसके अलावा भी इन्हें कई रूपों पूजा जाता है लेकिन एक जगह ऐसी भी हैं जहां इन्हें एक स्त्री के रूप में पूजा जाता है और ऐसा नहीं है कि यह अभी हुआ है बल्कि उस गाँव में यह परंपरा लगभग 10 हज़ार साल पहले से चली आ रही है।