आते हों बुरे सपने तो हो जाएंगे सावधान! वास्तु के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा सोने के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। इस दिशा में सोने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
शास्त्र कहते हैं कि सपनों का आना, किसी खास समय पर स्वप्न का आना, स्वप्न में कौन आया, इन सभी बातों का हमारे वर्तमान और भविष्य से संबंध होता है। इसके दुष्प्रभाव को दूर करने के उपाय भी शास्त्रों में मौजूद हैं।
यदि स्वप्न अधिक भयानक हो और रात्रि में 12 से 2 बजे के बीच देखा जाए तो श्री शिव का नाम स्मरण करें। ॐ नम: शिवाय: का जप करते हुए सो जाएं। ब्रह्ममुहूर्त में स्नानादि कर शिवमंदिर में जाकर जल चढ़ाएं, पूजा करें। पुजारी को दान करें।
यदि कोई बुरा स्वप्न सुबह चार बजे के बाद देखा गया है तो प्रात: उठकर बिना किसी से कुछ बोले तुलसी के पौधे से पूरा स्वप्न कह डालें। कोई दुष्परिणाम नहीं होगा। स्नान के बाद ॐ नम: शिवाय: का जप करें।
जब बुरा सपना देखा जाए तो हनुमान जी को याद करें। हनुमान जी अनिष्ट को दूर करने वाले हैं
यदि बुरा स्वप्न आए, तो सुबह उठकर सफेद का़ग़ज पर स्वप्न को लिखें फिर उसे जला दें। राख नाली में पानी डालकर बहा दें। फिर स्नान कर ॐ नम: शिवाय: का जप करें।