मुस्लिम धर्म में लड़कों की ख़तना करने का रिवाज है। सामान्य तौर पर यह रस्म पैदा होने के एक हफड़े बाद की जाती है। जिसके तहत लड़कों के लिंग की ऊपरी खाल जिसका कोई काम नहीं होता उसे काट दिया जाता है। लेकिन एक देश ऐसा है जहां यह परंपरा वयस्क लड़कों के साथ की जाती है।

दरअसल दक्षिण अफ्रीका में झोसा जनजाति के लोग जवान लड़कों का खतना करते हैं। इसके बाद उन्हें वयस्क माना जाता है। खतना के बाद युवक को एक झोपड़ी में भूखा- प्यासा रखा जाता है। इसमें इन्फेक्शन का रिस्क सबसे अधिक होता है। दक्षिण अफ्रीका में झोसा जनजाति के लोग जवान लड़कों का खतना करते हैं।

यहाँ तो युवा लड़कियों की शादी तभी होती है,अगर उन्होंने खतना करवाया होता है। क्योंकि वहां पर लड़कियों का खतना ही उनके कुंआरे और पवित्र होने का प्रमाण माना जाता है।

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