नर्क से भी ज्यादा यातना मिलती है उत्तरी कोरिया के जेल में , नॉर्थ कोरिया ह्यूमन राइट वॉयलेशन के लिए दुनियाभर में बदनाम है। यहां के लेबर कैम्प में कैदियों के साथ बेहद अमानवीय बिहेव किया जाता है।छिपकली, चूहे, सांप खाने को मजबूर हैं कैदी। अगर फैमिली के किसी एक मेंबर ने भी क्राइम किया है, तो उसकी तीन पीढ़ियों को उम्रकैद भुगतनी पड़ सकती है। 2014 में यूएन कमीशन को लेबर कैम्प्स से बच निकले कुछ कैदियों ने यहां दी जाने वाली यातनाओं के बारे में खौफनाक खुलासा किया। इनमें हार्ड लेबर कराने, भूखा रखने, रेप, एग्जीक्यूशन के अलावा फीमेल कैदियों का जबरन अबॉर्शन और बच्चों की निर्मम हत्या शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 तक देश में करीब 1,20,000 कैदी अलग-अलग लेबर कैम्प्स में बंद थे। एक अंदाजे के मुताबिक, पांच दशकों में यहां सैंकड़ों पॉलिटिकल कैदी मौत के घाट उतार दिए गए। यहां के कैम्प नर्क से कम नहीं हैं। कैदियों को दिन के 14,15 या 16 घंटे काम करना पड़ता है। कैदियों से फील्ड वर्क कराने से लेकर जंगल में लकड़ी काटने, यहां तक कि खदानों में भी जबरन काम लिया जाता है।