27दुनिया में संस्कृति, परंपराएं और रीति-रिवाज अनोखे हैं। कुछ रीति-रिवाज ऐसे है जो बहुत क्रूर है। अनेक परंपराओं के बीच कुछ ऐसे रीति-रिवाज भी हैं, कई देशों में आज भी पुरुष को समाज में अपना प्रमुख स्थान बनाने के लिए स्वयं को शक्तिशाली दिखाना पड़ता है। कई समाज के लोग तो बेहद क्रूर तरीके से अपने आपको मर्द साबित करते हैं। हालांकि, इनमें से कुछ तरीके अब इतिहास का हिस्सा भी हो चुके हैं। तो आइएं आज हम आपको बताते है दुनिया के कुछ ऐसी जगहों के बारे में जहां पर पुरुषों को अपनी मर्दानगी साबित करने के लिए क्या रिवाज था।

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नॉर्थ डकोटा – नॉर्थ डकोटा में मैंडन जनजाति में धार्मिक परंपरा है, जिसे ओकिपा कहा जाता है। इस उत्सव में लड़कों को टॉर्चर किया जाता है। यहां मर्दानगी के टेस्ट देने के लिए उन्हें कई दिनों तक भूखा रहना होता है। इसके बाद उनके शरीर में स्क्रू लगाकर रस्सियों से लटकाया जाता है। जो सबसे अधिक देर तक लटकता है उसे मैंडन जनजाति के नेताओं में शामिल किया जाता है।

रिवाज

बुलेट चींटी से कटवाना – ब्राजील के अमेजन के जंगलों में रहने वाली सैटारे मावे जनजाति में परंपरा है कि बुलेट चींटियों के बीच लड़कों के दोनों हाथ डलवाते हैं। 10 मिनट तक लड़के को यह सहना होता है। अगर वह ऐसा कर पाता है तो फिर इसके बाद उसे 19 बार अपना हाथ दस्ताने में डालना होता है। इसके बाद उसे ‘मर्द’ माना जाता है।

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फुलानी जनजाति में कोड़ों की लड़ाई – पश्चिमी अफ्रीका में फुलानी जनजाति में ‘मर्द’ बनने के लिए कोड़ों से लड़ाई होती है। इसमें चाकू और धारदार छड़ी का भी प्रयोग किया जाता है। जब हथियार तैयार हो तो अपने सामने वाले का सामना करना होता है। हर लड़के को तीन घूंसे मारे जाते हैं। जो सबसे अधिक बर्दाश्त करता है, उसे विजेता माना जाता है। इसका निर्णय आम जनता करती है। जो लड़के इस परीक्षा में पास नहीं होते हैं, उन्हें लड़के का दर्जा ही मिला रहता है।

शरीर को गुदवाना – पापुआ न्यूगिनी में सेपिक जनजाति के लड़के को पुरुष बनने के लिए शरीर को गुदवाना होता है। लड़के को साइकोलॉजिकली कठोर बनाया जाता है। जब तक वह इस प्रक्रिया से नहीं गुजरता उसके साथ स्त्री जैसा व्यवहार किया जाता है।

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