आपने अलग- अलग तरह के कई स्वादिष्ट खाने का लुत्फ़ लिया होगा। लेकिन क्या आपने कभी जिंदा जानवर के खून को टेस्ट करने का सोचा है? अरे गुस्सा मत होइए, हम आपको ऐसे करने को नहीं कह रहे हैं। बल्कि ऐसे लोग दुनिया में मौजूद हैं। जो जिंदा जानवरों का खून पीना सम्मान समझते हैं।
अफ्रीका में एक जनजाति है जिसे लोग मसाई जनजाति के नाम से जानते हैं। इस जनजाति के लोग अच्छे योद्धा माने जाते हैं।
ये लोग अपने जिंदगी में किसी का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करते। इनके अपने नियम-कानून होते हैं और ये उसी को अमल में भी लाते हैं। इनके बारे में सबसे विचित्र बात ये है कि ये जिंदा जानवरों का खून पीते हैं। इनका मानना है कि इससे शरीर को ताकत मिलती है।
जहां पुरुष लंबी बीमारी के बाद जानवरों का खून पीते हैं वहीं महिलाएं बच्चे को जन्म देने के बाद जानवरों का खून जरूर पीती हैं।इसके अलावा ये नशा उतारने के लिए भी जानवरों का खून पीते हैं। ये दो तरीकों से खून पीते हैं। एक तो ये जानवरों की गर्दन पर छेद करके उनका खून पीते हैं।
दूसरे तरीके में ये जानवरों की गर्दन को काटकर खून पीते हैं।किसी के मरने के बाद ये शव को दफनाते नहीं बल्कि उसे खुले में छोड़ देते हैं। इनका मानना है कि शव दफनाने से इनकी जमान खराब हो जाएगी।