बचपन में जब घूमने की बात आती थी तो घरवाले कहते थे कि पढ़ाई लिखाई करो तभी अच्छी नौकरी मिलेगी। लेकिन कभी किसी ने यह नहीं सिखाया कि पढ़ाई लिखाई के साथ साथ और भी चीज़ें हैं जो जिंदगी जीने के लिए सीखनी चाहिए। आज हम आपको एक शख्स से रूबरू कराना जा रहे हैं जिसका नाम है जॉनी। जब इस शख्स ने दुनिया घूमने की बात अपनी मां को बताई तो वह बेटे की इच्‍छा चाहकर भी पूरी न कर सकीं। साल 2006 में ग्रेजुएशन करने के बाद जॉनी ने अनाथ बच्‍चों के कैंप में काउंसलर की नौकरी कर ली। उस वक्‍त थाईलैंड में एक टूर लगा था, जहां जॉनी को अंग्रेजी पढ़ाने की जिम्‍मेदारी सौंपी गई। टीचिंग करते-करते जॉनी को ख्‍याल आया, क्‍यों न वह इसे अपनी ताकत बनाएं। यहां पर उन्‍होंने एक मेडिकल रिसर्च में भी भाग लिया, जिसमें उन्‍हें 3 हजार डॉलर की कमाई हुई।

यह कमाई जॉनी के दुनिया भ्रमण की शुरुआत के लिए काफी थी। इस बात को करीब 10 साल हो गए हैं। अब नॉर्वे में उन्होंने 197 देश घूमने के बाद अपनी यात्रा समाप्त की। पूरे सफर में उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा।वह दो बार गिरफ्तार हुए, 20 देशों में वह अस्पताल में भर्ती हुए, आतंकवाद से भी जूझे और उन्हें अधिकारियों को रिश्वत तक देनी पड़ी।

दुनिया घूमते-घूमते जॉनी को विचार आया क्‍यों न एक ट्रैवलिंग ब्‍लॉग बनाया जाए। उन्‍होंने वनस्टेप4वर्ड नामक एक ब्लॉग भी बनाया है। जो अब एक मीडिया ब्रांड बन चुका है। ऑफिस में नौकरी करने वाला जॉनी आज करोड़ों का मालिक बन चुका है। उसकी वेबसाइट पर एडवरटाइजिंग से बहुत उसमें वह अपने अनुभव साझा करते हैं। इससे उनकी 1.50 लाख डॉलर से भी अधिक कमाई होती है।

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