इस रेलमार्ग का निर्माण 1920 में अमेरिका के इंजीनियर रिचर्ड फोन्टेन मरे के द्वारा किया गया था। इसकी शुरुआत अर्जेंटीना की सिटी ऑफ साल्टा से की गई थी। यह ट्रेन 16 घंटे में 217 कि.मी. का सफर तय करती है। यह ट्रेन ऊंची-ऊंची पहाड़ियों से होकर गुजरते हुए करीब 3000 मीटर का सफर तय करती है। जिसमें वो 29 पुल और 21 टनल को क्रॉस करते हुए आगे की ओर बढ़ती है।
जब यह ट्रेन ऊंची- ऊंची पहाड़ियों से गुजरती है तो उस समय इस ट्रेन को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह ट्रेन बादलों को चीरते हुए आगे की ओर बढ़ रही है। बारिश या ठंड के मौसम में यह सबसे खतरनाक रेलवे ट्रेक में से एक है। लेकिन जब बाहर भारी बादल होते हैं और जब ट्रेन उसके बीच से होकर गुजरती है तो ऐसा लगता है मानो ट्रेन स्वर्ग से धरती की तरफ आ रही है वो भी बादलों को चीरते हुए।
अगले पेज पर देखिये इस खतरनाक लेकिन मजेदार ट्रेन के सफर को