प्रेमी जोड़ों के लिए ज़न्नत है साइप्रस। अगर आप धार्मिक रीति-रिवाजों की बजाय सिर्फ़ कानूनी तरीके से शादी करना चाहते हैं तो साइप्रस आपके लिए मुफ़ीद जगह साबित हो सकता है। प्राचीन यूनानी मान्यताओं में साइप्रस के समुद्र तटीय इलाके पापहोस के बारे में में कहा जाता है कि प्यार की देवी का जन्म यहीं हुआ था। मध्य पूर्व देशों से हर साल एक या दो नहीं बल्कि लगभग 3000 हज़ार जोड़े शादी करने के लिए साइप्रस आतो हैं औऱ युवा जोड़े यहां के लारनाका सिविल वेडिंग हॉल में बेहद सादगी भरे अंदाज़ में अपने जीवन के सफ़र की शुरुआत करते हैं।
लेबनान से राचेल और अब्दुल कादेर शादी के लिए साइप्रस आए हैं। मामूली टीशर्ट और जींस पहने दोनों वैवाहिक बंधन में बंध रहे हैं। कपड़ों में कोई तड़क-भड़क नहीं. दोनों अपनी मातृभाषा अरबी के बदले अंग्रेजी में शादी के रस्मों को पूरा कर रहे हैं। रजिस्ट्रार ने दोनों को पति-पत्नी घोषित किया। दोनों ने एक दूसरे का चुंबन लिया। यदि धर्म का बात करें तो राचेल मारोनाइट ईसाई हैं जबकि अब्दुल कादेर सुन्नी मुसलमान। दोनों नहीं चाहते थे कि उनके पार्टनर को शादी करने के लिए अपना धर्म बदलना पड़े इसलिए दोनों ने धार्मिक रीति रिवाज से बाहर शादी करने का फ़ैसला लिया औऱ साइप्रस आ गये।
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