वहीं कंपनी की ओर से फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कंपनी का कहना है कि कर्इ वैज्ञानिक समीक्षाओं से ये साबित हो चुका है कि हमारे उत्पाद सुरक्षित हैं। हम फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।
हम आपको बता दें कि दुनिया के करीब 175 देशों में कंपनी के प्रॉडक्ट बिकते हैं। कंपनी को इससे पहले ही दो मामलों में हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले, फरवरी में 480 करोड़ और मर्इ में 367 करोड़ के दो केस वह हार चुकी है। भारत में बेबी पाउडर के बाजार में करीब पचास फीसदी पर इसी का कब्जा है।
गियानचिनी के वकील जिम ओरेंडेर ने अदालत को बताया कि कंपनी के दस्तावेजों के अनुसार 1970 के दशक में ही कंपनी को यह पता चल गया था कि टेल्कम पाउडर से सेहत को नुकसान हो सकता है। कंपनी की ओर से न तो प्रॉडक्ट पर इस बात की वार्निंग दी गर्इ और वह इस बात को लगातार छुपाती रही।