जापान में सेक्स की ज़रूरतें पूरी करने के लिए लोग चुनते हैं स्कूल गर्ल्स को, जानिए हकीकत , दुनिया के ताक़तवर देशों में से एक जापान में नाबालिगों का इस्तेमाल सेक्स संबंधी ज़रूरतों के लिए बड़े पैमाने पर होता है। जापान के आधुनिकतम बार यौन ज़रूरतों को पूरा करने वाले पुरुषों के अड्डे बन चुके हैं, जहां उनके लिए कम उम्र की लड़कियों को बुलाया जाता है।

टोक्यो में स्कूल की लड़कियों को बड़ी उम्र के पुरुषों के साथ वक़्त गुजारने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। उन पुरुषों ने बताया कि स्कूली लड़कियों से सेक्स के बारे में बात करना और उनका हाथ पकड़ना तो बिल्कुल सामान्य है। कई बार 15 साल तक की ये लड़कियां स्कूली यूनिफॉर्म में होती हैं।

जापान में इस इलाक़े को ‘चाको इरो’ कहा जाता है। यहां छह साल तक के बच्चों की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाए जाते हैं। नया क़ानून बनने के बाद इन लड़कियों का शोषण रूका।

ये लोग इन लड़कियों के साथ वक्त बिताते हैं, उससे पहले इन लड़कियों को अश्लील तस्वीरें और कॉमिक्स दिखाए जाते हैं। ताकि वे पुरुषों के साथ सहयोग कर सकें। इस मामले में जापान की वैश्विक स्तर पर आलोचना हो रही है। वैसे महज तीन साल पहले जापान में बाल पोर्नोग्राफ़ी पर प्रतिबंध लगाया गया था।

इस प्रतिबंध के बावजूद वेश्यावृति में बच्चों का इस्तेमाल थमा नहीं है। जापान की नाबालिग लड़कियों को बहकाने और देह व्यापार में लाने के लिए अश्लील तस्वीरों की संस्कृति फल-फूल रही है और इसका इस्तेमाल व्यावसायिक मुनाफे के लिए किया जा रहा है।

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