स्किन इन्फेकशन से बचने के लिए यहां के लोग गौमूत्र से नहाते है, आपने देश- दुनिया के बहुत से रिवाज के बारे में सुना होगा लेकिन आज हम आपको एक ऐसे रिवाज के बारे में बताने जा रहे है जिस पर आपको भी यकिन करना थोड़ा सा मुश्किल हो। हम आपको बता रहे है अफ्रीकी देश साउथ सूडान की एक जनजाति, जिनके लिए गाय और बैल स्टेटस सिम्बल होता है।
ये इलाका पूरी दुनिया से एकदम कटा हुआ है। यहां के लोगों की जीवनरेखा पशुओं पर टिकी हुई है। जिनमें गाय और बैल सबसे खास हैं। यह ट्राइब नील नदी के किनारे पाई जाती है, जिसका नाम ‘मुदांरी’ है। इनके रहन-सहन के तरीके भी बहुत दिलचस्प हैं।
यहां पर रहने वाले लोग अपने शरीर को भीषण गर्मी से होने वाले स्किन इन्फेकशन से बचाने के लिए ये लोग गौमूत्र से नहाते हैं। मच्छरों से बचने के लिए ये लोग गोबर से बने कंडे की राख़ को शरीर पर लगाते हैं। गाय ही यहां रोजगार का ज़रिया होती हैं। यहां तक कि शादी-ब्याह में दहेज़ के रूप में भी गाय को ही दिया जाता है।