शरीर से भले ही यह बच्चा अपाहिज हो लेकिन जीवन में रुकना इसने नहीं सीखा। मस्तिष्क पक्षाघात (सेरीब्रल पाल्सी) से पीड़ित यह बच्चा अपनी व्हील चेयर पर बैठे-बैठे कुछ सोच रहा था। उसे स्केटिंग करने का शौक था पर उसका शरीर उसका साथ नहीं दे सकता था लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं है कि वह अपने पिता के साथ स्केट पार्क में नहीं जा सकता ? इस वीडियो को देखिए जहां एक पिता अपने बच्चे का स्केटिंग का सपना पूरा कर रहा हैं।
स्केट पार्क में लगातार राउंड लेने के बाद, जब बच्चे से पूछा गया कि उसे कैसा लगा तो उसने कहा, “यह बेहद शानदार था”। किसी ने सच कहा है, एक पिता अपने बच्चों का असली हीरो होता है।