हमारे समाज की उत्पत्ति संतान वृद्धि के जरिए हुई है। ऐसे में दुनिया हर किसी का सपना संतान पैदा करके अपना वंश आगे बढ़ाने का होता है। लेकिन दुनिया में कई लोग ऐसे हैं जो संतान के सुख से वंचित रहे जाते हैं। संतान की आस लिये वो दुनिया में किसी भी कोने में जाने को तैयार रहते हैं। यहां तक की वो संतान की आस में कई तरह के पूजा-पाठ भी करवाते हैं। लेकिन हमारे देश में एक मंदिर ऐसा है जहां जमीन पर सोने मात्र से संतान की प्राप्ति होती है। हिमाचल के मंडी जिले के सिमस गांव में संतानदात्री मंदिर है।
इस मंदिर की मान्यता है कि जो कोई इस मंदिर में आकर जमीन पर सोता है उसे खुद देवी मां सपनों में आकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती है और उस महिला को संतान का सुख जरूर प्राप्त होता है। इस मंदिर में दूर-दूर से हजारों नि:संतान महिलाएं इस खास फर्श पर सोने के लिए इस मंदिर में आती हैं।
नवरात्रों में यहां सलिन्दरा उत्सव मनाया जाता है जिसका अर्थ है सपने आना। इस समय नि:संतान महिलाएं दिन रात मंदिर के फर्श पर सोती हैं। कहते हैं कि ऐसा करने से वो जल्द से जल्द प्रेग्नेंट हो जाती हैं।
दावा किया जाता है कि माता सिमसा सपने में महिला को फल देती हैं तो उस महिला को संतान का आशीर्वाद मिल जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं फल देखकर लड़का या लड़की होने का पता भी चल जाता है। यदि किसी महिला को अमरुद का फल मिलता है तो उसे लड़का प्राप्त होने का आशीर्वाद मिलता है और अगर किसी को भिन्डी प्राप्त होती है तो लड़की। इसके अलावा अगर किसी महिला को निसंतान बने रहने का स्वप्न दिखता है इसके बाद भी वह मंदिर से नहीं जाती है तो उसके शरीर में खुजली भरे लाल-लाल दाग उभर आते हैं।