एक बार इसे अपने शरीर में इंजेक्ट कर लेने के बाद ये ड्रग इंसान के शरीर को अंदर से खोखला करना शुरु कर देता है, जिसकी वजह से व्यक्ति की खून की धमनियां फट सकती है और शरीर में मौजूद टिशूज़ खत्म हो जाते हैं। इसके इस्तेमाल से लोगों की त्वचा अंदर से खत्म होने लगती है और ये आपके शरीर को पपड़ीला बनाना शुरु कर देता है। त्वचा का रंग बदलने के साथ ही साथ आपके शरीर पर गहरे घाव होने लगते है।
पूर्वी यूरोप और रूस में हर साल कई हजार लोगों की ड्रग्स की चपेट में आने के बाद मौत हो जाती है। रूस में महज हेरोईन से हर साल 30000 लोग काल के गाल में समा जाते हैं लेकिन फिर भी ये जानलेवा ड्रग क्रोकोडिल बेहद मशहूर हो रहा है। कोई भी इंसान जिसके पास मोर्फिन की मात्रा उपलब्ध है, वो इस ड्रग को घर पर भी बना सकते हैं। शायद यही कारण है कि अब तक इस नशे के 30 लाख लोग आदी हो चुके हैं।