दरअसल सन् 2011 में एक 57 वर्षीय शख्स किसी गंभीर बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती था। उसका अस्पताल में आपरेशन होने वाला था। उसे आपरेशन थिएटर में लाया ही गया था डॉक्टर आपरेशन की तैयारी कर रहे थे इतने में ही शख्स को हार्ट अटैक आ गया, ऑक्सीजन की कमी से उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया और तकनीकी तौर पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।