जब इस घटना की चर्चा आसपास के इलाकों में भी फैलने लगी तो पुलिस के कानों में भी पड़ी और उन्हें किसी साजिश का संदेह हुआ। अपने शक की पुष्टि करने के लिए पुलिस उस परिवार में पहुंची और लड़की की चिकित्सीय जांच करवाने के आदेश दिए। जांच में पता लगा कि परिवार ने लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए झूठी अफवाह फैलायी थी और लोगों को गुमराह किया था। दरसल लड़की के लिंग में कोई परिवर्तन नहीं हुआ था। धोखा देने के लिए लड़की कमर पर नकली पुरुष अंग बांधा गया था। सूचना है पुलिस ने इस झूठे परिवार को गिरफ्तार कर लिया है।