नई दिल्ली : आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगान मसूद अजहर को बैन करने के संबंध में भारत को एक अहम कूटनीतिक सफलता मिली है। अमेरिकी में ट्रंप के नेतृत्व में नए प्रशासन ने मसूद अजहर को बैन करने के लिए यूएन का रुख किया है। हालांकि चीन ने इस कदम का विरोध किया है।

भारत लंबे समय से पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को बैन करने की मांग कर रहा है। पिछले दिनों चीन ने यूएन में मसूद अजहर को बैन करने के प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगाने के बाद दिसंबर में स्थाई रोक लगा दी थी। इसके बाद यह मामला तबतक के लिए ठंडे बस्ते में चला गया था जबतक संयुक्त राष्ट्र में 15 देशों के सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद का कोई सदस्य फिर से प्रस्ताव नहीं लाता।

अमेरिका सुरक्षा परिषद के 5 स्थाई सदस्यों में से एक है। अमेरिका ने फ्रांस और ब्रिटेन के समर्थन से सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध कमिटी के सामने एक प्रस्ताव पेश किया है। इसमें मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करते हुए उसपर बैन की मांग की है। सूत्रों के मुताबिक चीन ने इस प्रस्ताव को एक बार फिर होल्ड कर दिया है।

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