पिछले दिनों पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के मास्टमाइंड और जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद को नजरबंद किया है। ऐसा कहा जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन के दबाव में पाकिस्तान को यह कदम उठाना पड़ा है। ऐसे में मसूद अजहर पर अमेरिका का यह कदम आगे इस दबाव में और भी इजाफा कर सकता है। अमेरिका में दक्षिण एशियाई मामलों के एक थिंक टैंक ने भी ट्रंप प्रशासन को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने को कहा है।