देश के हजारों गांवों की तरह शरणम्मा में भी कई लोग खुले में शौच करते हैं। शरणम्मा कहती हैं, ‘स्वच्छता मिशन के तहत घर-घर जाती हूं और लोगों को घर में शौचालय होने का लाभ बताती हूं। मैं उन्हें शौचालय बनवाने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायता के बारे में भी बताती हूं।’ अब तक शरणम्मा करीब 300 किलोग्राम टमाटर शौचालय वाले घरों को मुफ्त में दे चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वह कुछ और समय तक ऐसा करती रहेंगी।