इस गांव में जहरीले सांपो को चूमने के लिए दूर-दूर से आते है लोग । एक ऐसा गांव जहां पर लोग मेले में काले नागों के साथ डांस भी करते हैं। जिस काले नाग से काटा हुआ आदमी पानी भी नहीं मांगता उसी काले नाग से लोग यहां पर खुद को कटवा रहे हैं इतना ही नही, यहां पर कुछ लोग नाग को चूमने के लिए तो कुछ गले में लेकर झूमने के लिए दूर दूर से आते हैं। राजस्थान के टोंक जिले के सुरेली गांव में आस्था के मेले में अंधविश्वास का खेल किसी के भी दिल में सिहरन पैदा कर सकता है।
कालबेलिया जाति के लोग काले सांपों से अक्सर खेलते मिल जाएंगे लेकिन सुरेली में जहरीले सांपो और इंसानों के बीच किसी तरह की कोई दूरी नहीं है। आस्था के मेले में हजारों लोग शिरकत करते हैं। लोगों को इस काले से किसी तरह का डर नहीं लगता।
मेले में ढोल मंजीरे बजते हैं जिनकी थाप पर लोग जहरीले नाग के साथ झूमते हैं और उसे चूमते हैं। इस सांपो के देवता तेजाजी का उत्सव कहा जाता है। मंदिर में नाग को लाने के बाद लोग पूजा अर्चना करते हैं। जहरीले काले नाग को देवता के रुप में पूजा जाता है। जहरीले काले नाग को तेजा दशमी के मौके पर लोक देवता के मंदिर में सम्मान सहित लाया जाता है।