सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय सेना सेना की सक्रियता कश्मीर घाटी के अंदर बढ़ सकती है। आने वाले दिनों में घाटी के भीतर पहले से मौजूद आतंकवादियों द्वारा सूबे की शांति भंग करके बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सकता है।
ऐसे में सेना जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से लेकर आतंरिक इलाकों तक सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाए हुए है। इसमें किसी भी अवांछित कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
रक्षा सूत्रों का कहना है कि बीते करीब छह महीने में जब सेना कश्मीर घाटी के अंदर आतंकियों और इस तरह की गतिविधि में शामिल अन्य कारकों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाए हुए थी, तब पत्थरबाजी या नारे लगाकर सेना का विरोध किया जाता था। कई जगहों पर आमने-सामने की झड़प ने हिंसक रूप भी ले लिया था। बुरहान वानी की मौत भी ऐसी ही कार्रवाई के दौरान हुई थी। उसके बाद से घाटी में हालात तेजी से बदले। कई जगह कर्फ्यू भी लगाना पड़ा।