इस्लाम का पवित्र महीना रमज़ान आज से कुछ ही दिनों के बाद शुरू होने वाला है। कहते हैं इस महीने में की गयी इबादत का सवाब बाक़ी दिनों से ज़्यादा मिलता है। इस पाक महीने को लेकर मुस्लिम समाज में कई तरह की तैयारियां की जाती है। रमजान की इन्हीं तैयारियों के बीच केरल में एक अनोखी मस्जिद बनकर तैयार है, जहां हर शुक्रवार यानी जुमे की नमाज वे लोग भी पढ़ सकेंगे जो न तो सुन सकते हैं और न ही बोल सकते हैं। यह मस्जिद केरल में बनाई गई है और देश की पहली ऐसी मस्जिद भी है जो मूक-बधिरों के लिए बनाई गई हो।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मल्लपुरम के पुलिक्कल में मस्जिद अल-रहम का निर्माण 5 एकड़ जमीन में हुआ है। यहां पर सांकेतिक भाषा में जुमे की नमाज पढ़ी जा सकेगी। मस्जिद में सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद हैं, दीवारों पर एलसीडी स्क्रीन भी लगाई गई है। मस्जिद के शौचालयों में रैंप्स, आर्म रेस्ट्स भी लगाए गए हैं साथ ही व्हील चेयर्स का भी बंदोबस्त भी किया गया है। इसमें एकसाथ करीब 500 लोग नमाज पढ़ सकते हैं।

इस खास मस्जिद को बनवाने का काम एनजीओ एबिलिटी फाउंडेशन ने किया है। यह एक गैर-सरकारी चैरिटेबल संस्था है, जो मुजाहिद ग्रुप का हिस्सा है। फाउंडेशन के चेयरमैन मुस्तफा मदनी का दावा है कि उनके एनजीओ में लगभग 300 दिव्यांग छात्र पढ़ते हैं। इनमें से लगभग 200 छात्र सुनने में असमर्थ हैं। ऐसे में कई बार छात्र नमाज में चाहते हुए भी शामिल नहीं हो पाते। इसलिए ही मदनी ने मस्जिद में इशारों की मदद से नमाज और उपदेश की शुरुआत का सोचा।

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