जेल में महिला वार्डन के साथ हैवानियत, प्राइवेट पार्ट में डाली लाठी , 23 जून की सुबह मुंबई की नागपाड़ा जेल में एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ जिसे जानकर आपका दिल दहल जाएगा। दरअसल जेल में एक वॉर्डन की हत्या कर दी गई। हत्या का कारण जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। पूरी घटना केवल दो अंडे और पाव ब्रेड के पांच टुकड़ों के लिए हुई। नागपाड़ा जेल की महिला वॉर्डन की हत्या उसी जेल की महिला अधिकारी और उसके साथियों ने मिलकर कर दी।
जेजे अस्पताल के डॉक्टरों ने मंजुला को मृत घोषित कर दिया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके शरीर पर 13 बड़े जख्म थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर गवाह के बयान के आधार पर पांचों जेलकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
मंजुला शेट्टी नाम की महिला को उसके अच्छे बर्ताव के चलते वॉर्डन बना दिया गया था। अन्य कैदियों को सुबह का नाश्ता बांटने की जिम्मेदारी उसी के पास थी। 23 जून की सुबह जब मंजुला ने नाश्ता बांटने के लिए राशन लिया तो पता चला कि उसमें पांच अंडे और पाव ब्रेड के पांच टुकड़े कम थे।
उसने इस बात की जानकारी जेल अधिकारी मनीषा पोखरकर को दी, जिसने अपने कैबिन में ही उसकी पिटाई शुरू कर दी। एक गवाह का दावा है कि उसने खुद मनीषा के कैबिन से मंजुला के चीखने की आवाज सुनी थी।
जब दर्द से कराहते हुए रूम से बाहर निकली, तभी जेल के कुछ साथी वहां आ गए और उन्होंने दोबारा उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस बार उन्होंने इंसानियत की सारी हदें पार करते हुए एक लाठी को उसके शरीर के नाजुक अंग में डाल दिया। पूरी घटना के दौरान किसी ने भी मंजुला की मदद नहीं की। उसे तब तक पीटा गया, जब तक कि वो बेहोश नहीं हो गई। उसके शरीर से खून बहता देख आनन-फानन में उसे जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे जेजे हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया।