यहां काम कर रहे कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि नाइट शिफ्ट के दौरान उन्हें अपने आसपास किसी पैरानॉर्मल चीज़ के होने का अनुभव होता है। कुछ ने यह भी कहा कि उन्हें कई बार महसूस हुआ कि पर्दों के पीछे से कोई धीरे-धीरे कुछ बोल रहा हो।
पहले यह विभाग बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित था। पिछले साल इसे दूसरी मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया। अंतरर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर पूरे दफ्तर को रेनोवेट किया गया। कुछ लोगों का दावा है कि जिस दिन से नए दफ्तर का उद्घाटन हुआ है, मुंबई में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। कर्मियों की शिकायत के बाद यहां वास्तु विशेषज्ञ को बुलाया गया। पूजा भी कराई गई। तब जाकर ऐसी घटनाओं में कमी आई, लेकिन इसके बावजूद भी यह पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं अभी भी कई बार अजीबों गरीब घटनाएे होती रहती हैं।