पिछले साल अक्टूबर में 42 साल के इंस्पेक्टर राघवेंद्र ने पुलिस थाने के अंदर अपने चेंबर में आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद कुछ दिनों के लिए उनके चेंबर को बंद कर दिया गया। नवंबर में इसी पुलिस थाने के दो पुलिसकर्मी एक सड़क दुर्घटना में मारे गए। ड्यूटी के लिए थाने आते समय उनकी मौत हुई। कुछ दिनों बाद थाने के दो अन्य पुलिसकर्मी- मुरली और रामकृष्ण को भी अलग-अलग घटनाओं में चोट आई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। एक के बाद एक हुई इन घटनाओं के कारण मलूर पुलिस थाने के बाकी सभी पुलिसकर्मी काफी डर गए हैं।