पूरी दुनिया में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेकों कदम उठाए जा रहे हैं। हर फील्ड में आज महिलाएं पुरुषों से किसी भी रूप में कम नहीं हैं। हाल ही में गुजरात सरकार ने वहां की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक खास कदम उठाया है। जी हां सूरत म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने महिला ऑटोरिक्शा-चालकों के लिए गुलाबी रंग के ऑटो की शुरुआत की है। रविवार के दिन ये ऑटोरिक्शा चालक सिर्फ़ महिला यात्री को ही बिठाएंगे।

सूरत म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने महिला ऑटोरिक्शा चालकों को ट्रेनिंग दी और उन्हें ऑटोरिक्शा खरीदने के लिए बैंक से लोन दिलाने में भी सहायता की। कॉरपोरेशन की एक अधिकारी गायत्री ज़रीवाला के अनुसार उनके पास 70 महिलाओं का ग्रुप है, इनमें से 15 काम शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनके पास लाइसेन्स हैं और हमने अलग-अलग स्कूलों में काम दिलवाने में उनकी मदद भी की है।’

अख़बारों में हम अकसर महिला यात्रियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ के बारे में पढ़ते हैं। इसलिये हमने इस नई सर्विस को शुरू करने का निर्णय लिया। इससे न सिर्फ़ महिलाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे, बल्कि महिला यात्री भी सुरक्षित महसूस करेंगी।’

सूरत म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने बैंक ऑफ़ बरोडा के साथ टाई अप किया है, जिससे महिला चालकों को 7 प्रतिशत ब्याज पर ही ऑटो खरीदने के लिए लोन मिल जाएगा। बैंक ऑफ़ बरोडा ने महिलाओं को हर ऑटो के लिए 84,000 रुपये देने का फ़ैसला किया है। इसके अलावा सरकार की सब्सिडी से 25 प्रतिशत कम दर पर ऑटो देने की भी घोषणा की है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ये 15 महिलायें प्रति महीने 18,000 रुपये कमा लेंगी। सूरत म्युनिसिपल कॉरपोरेशन भविष्य में गुलाबी वैन सुविधा शुरू करने की योजना पर भी विचार कर रही है।

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