जन्म के समय 3.2 किलो वजन था: डॉक्टर ने कहा कि नाइजीरिया में 31 मई को डेविड का जन्म हुआ था। उस समय उसका वजन 3.2 किलोग्राम था। उसका वजन लगातार कम हो रहा था। आठ हफ्ते बाद उसे मेदांता लाया गया। जांच में हेमोक्रोमेटोसिस की वजह से लीवर के फेल का पता चला। साथ में उसे हेमोफैगोसाइटिक लिम्फोहिस्टियोसाइटोसिस (एचएलएच) बीमारी थी, जिसकी वजह से बोन मैरो भी काम नहीं कर रहा था।
लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर ए. सोइन ने कहा कि डेविड के मामलों में कई चुनौतियां थीं। डेविड के पिता जेम्स एकमात्र डोनर थे, जो डेविड के वजन की तुलना में 43 गुणा ज्यादा था। रेसिपिएंट की तुलना में डोनर का लीवर 25 गुणा अधिक वजनी था। इस ट्रांसप्लांट में केवल 5 से 6 पर्सेंट ही लीवर की जरूरत थी, जो आमतौर पर बच्चे में ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 10 से 12 पर्सेंट की जरूरत होती है। डॉक्टर सोइन ने कहा कि इसके लिए हमने थ्री डी मॉडल पर वर्चुअल सर्जरी की। डेविड के इंटरनल लीवर के साइज के मुताबिक उसके पिता से लीवर निकालने के लिए रिड्यूस्ड मोनोसेगमेंट 2 तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इस सर्जरी में बच्चे को ऐनिस्थीसिया देना भी बड़ी चुनौती थी। डॉक्टर विजय ने कहा कि एक पॉइंट भी कम या ज्यादा होने पर कुछ भी हो सकता था।