अक्सर भारतीय रेलवे सोशल मीडिया के जरिए यात्रियों को मदद पहुंचाने के बारे में हम सुनते हैं। इसी कड़ी में भारतीय रेलवे ने एक और उदाहरण पेश किया है, जिसके लिए सोशल मीडिया पर लोग रेलवे की काफी सराहना कर रहे हैं। दरअसल एक दंपती अपने 5 महीने की बच्ची के साथ गुजरात से तिरुनेलवेली के लिए हापा तिरुनेलवेली एक्सप्रेस के जनरल बोगी में सफर कर रहे थे। उनकी बच्ची कार्तिकी को जब भूख लगी तो उसकी मां ने उसके लिए बैग से दूध की बोतल निकाली, लेकिन गर्मी की वजह से दूध फट चुका था। ट्रेन की पैंट्री कार में भी दूध खत्म हो गया था। जिस वजह से वह बच्ची भूख से लगातार रो रही थी। इस बीच उनकी सहयात्री नेहा बापट ने सोशल मीडिया पर स्टेटस पोस्ट किया और अपने दोस्तों से हेल्प करने को कहा।

रेलवे ने तुरंत जवाब दिया और कोंकण रेलवे ने यात्री कोच नंबर, ट्रेन नंबर आदि की जानकारी मांगी। महज 40 मिनट में रेलवे के कर्मचारी दूध लेकर कोच में पहुंच गए। रेलवे ने महाराष्ट्र के कोलाड स्टेशन से बच्ची के लिए दूध का इंतजाम किया। बच्चे के लिए दूध देखते ही मां कर्तिका और उनके साथ यात्रा कर रहीं स्नेहा बापत का खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

मदद मिलने के बाद ट्वीट करने वाली महिला ने एक और ट्वीट कर लिखा, आप लोगों का बहुत धन्यवाद। बच्ची को दूध मिल गया है। सुरेश प्रभु सर आपकी टीम बहुत शानदार है।

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