आधुनिक आर्थिक शक्ति बनने के लिए भारत को अपने प्राकृतिक संसाधनों के सही इस्तेमाल के साथ कृषि उत्पादकता को अधिक से अधिक बढ़ाना होगा। कृषि के क्षेत्र में भारत व इजरायल के बीच 2006 को हुए एग्रीमेंट के बाद देश की अर्थव्यस्था को बल मिला है।
पंजाब में लगातार नीचे गिरते ग्राउंड वाटर लेवल बारे चिंता जताते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि जल प्रबंधन और जल संरक्षण को मनरेगा स्कीम से जोड़ा जा रहा है। पीएम ग्राम सिंचाई योजना में पंजाब के 4 व हरियाणा के 7 जिलों को शामिल किया जा रहा है। 2008 और उसके बाद यूरो जोन की आर्थिक मंदी से पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरी है बावजूद इसके भारत की जीडीपी की विकास दर 7.6 फीसदी रही है। आजादी के समय अनाज पैदावार के हालात ये थे कि हम शिप टू किचन यानि इंपोर्ट पर निर्भर थे। 1947 में 50 मिलियन टन खाद्यान्न का उत्पादन बढ़कर आज 270 मिलियन टन हो गया है।
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