जानिए भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ से जुड़े 15 खुफिया तथ्य। आपने अक्सर फिल्मों में ही भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ से जुड़े कार्यों को ही देखा होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में इनका कार्य क्या होता है अगर आप नहीं जानते तो चलिए हम आपको इनसे जुड़े 15 तथ्यों के बारे में बताते हैं।
- रॉ का गठन 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद किया गया, जब इंदिरा गांधी सरकार ने भारत की सुरक्षा की जरूरत को महसूस किया।
- अभी तक रॉ का कानूनी दर्जा अस्पष्ट ही हैं। आखिर क्यों रॉ एक एजेंसी नहीं बल्कि विंग हैं।
- आपको बता दें कि कोई भी रॉ पर RTI नही डाल सकता, क्योंकि यह देश की सुरक्षा का मामला हैं।
- आपका रॉ में शामिल होने का सपना एक राज होना चाहिए।
- यह एक डेस्क में बैठकर काम करने वाली नौकरी नहीं है। आप किसी मिशन पर हो, तो पूरी सम्भावना है कि आपके परिवार को भी नहीं पता होगा कि आप कहाँ हैं।
- रॉ में शामिल होना कोई मालामाल होना नही हैं, वो आदमी इससे दूर ही रहे जो रिश्वत लेने वाले या लालची हो।
- रॉ का सिद्धांत ‘धर्मो रक्षति रक्षितः’ है, जिसका मतलब है कि जो शख्स धर्म की रक्षा करता है वह हमेशा सुरक्षित रहता हैं।
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